गुरुवार, 6 अक्तूबर 2011

विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी

विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी
आराधक है विश्‍व शांति के अक्षयटेक हमारी
विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी

विविध पंथ मत दर्शन शैली भाषा रीति विधान प्रणाली
एक सचिदानन्द रूप की भव्य श्राष्टि यह सारी
विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी

अर्थ काम के पीछे सब नर भाग रहे हैं अंधे हो कर
धर्म भाव से दूर करेंगे विक्रति स्वेचछाचारी
विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी

वलिहीनों को नहीं पूछता बलबानो को विश्‍व पूजता
संघ शक्ति युग सत्य आज है मानवता हितकारी
विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी

संघ शक्ति यह विजय शालिनी खलसंहारक धर्म रक्षिणी
नये विस्व का स्रजन करेगी सब जन मंगलकारी
विश्‍व मंगल साधना के हम हैं मौन पुजारी

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